इंटरनेट डे 2025: नेटवर्क क्या है, प्रकार, उपयोग और दुष्प्रभाव “

इंटरनेट से तो पूरी दुनिया भलीभांति परिचित है, परंतु क्या आपको पता है, जब इंटरनेट की शुरुआत हुई थी तब लोग इस नेट को कैसे जाने थे, और कैसा पता लगाया गया कि यह नेटवर्क है आज हम लोग नेटवर्क के इतिहास, महत्व, उद्देश्य, और इसके चरणों को समझेंगे और इस पर तर्क वितर्क करेंगे जिससे हमें परीक्षा और पूछे जाने वाले प्रश्नों को सरल और आसान भाषा में जवाब देंगे।

इंटरनेट से जुड़े तथ्यों का यहां विवरण —

. इंटरनेट नेट क्या है?
. नेटवर्क डे क्यों मनाया जाता है?
. इतिहास
. उपयोग
. प्रकार
. भारत में नेटवर्क उपयोगकर्ता
. निष्कर्ष
. सारांश।

इंटरनेट क्या है?

नेटवर्क दुनिया भर के कंप्यूटरों और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का एक विशाल नेटवर्क है, जो उन्हें आपस में जोड़ने का कार्य करता है। यह विभिन्न नेटवर्क को एक साथ जोड़कर जानकारी साझा करने और संचार करने की सुविधा देता है, जिसके माध्यम से आप किसी को ईमेल, चैट, वीडियो और अन्य प्रकार के इंटरमेंट का आनंद उठा सकते है।

अक्सर लोगों को नेटवर्क का इस्तेमाल करते समय इसका स्पीड कम हो जाता है, जो काम में बाधा उत्पन्न करता है, परंतु कुछ लोगों को यह नहीं पता होता है, कि स्पीड क्यों कम हुई ? और क्या डाटा नहीं खत्म हो गया? आज हम आपको डाटा से जुड़ी बातों को बताएंगे स्पीड और डाटा खत्म होने के कारण हम लोग इंटरनेट का उपयोग कार्यों में करते है|

और आनंद लेने के परिप्रेक्ष्य से करते है, परंतु काम करते समय नेटवर्क स्लो हो जाता है, और डाटा भी खत्म हो जाता है, परंतु अगर आपका डाटा बचा है, तो आप अपने इंटरनेट का स्पीड देखने के लिए आपको Speedtest.net जैसी अनेकों प्लेटफार्म पर जाना होगा जो नेटवर्क का स्पीड बता दे, और वहां जाकर आप अपने इंटरनेट का स्पीड चेक कर सकते है।

इंटरनेट को “इंटरनेट” कहा जाता है क्योंकि इसका अर्थ है ” इंटर – नेटवर्क” । यह दुनिया भर के कंप्यूटरों के नेटवर्क को आपस में जोड़ता है, जिससे वे आपस में संवाद कर सके। इसका नाम “इंटरनेटिंग” प्रोजेक्ट से आया है, जो विभिन्न नेटवर्कों को जोड़ने के लिए एक सामान्य संचार प्रोटोकॉल विकसित करने का प्रयास था, इस प्रणाली को इंटरनेट के नाम और रूप से जाने लगा। इसका पुराना नाम APRANET था। जो संयुक्त राज्य अमेरिका ने पारित किया था।

इंटरनेट डे क्यों मनाया जाता है?

इंटरनेट डे हम लोग हर साल 17 मई, और 29 अक्टूबर को मनाते है, यह डे इंटरनेट से जुड़े लोगों , और इंटरनेट के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को समर्पित होता है, इस दिन समाज में इंटरनेट के प्रति लोगों में जागरूकता , और इसके प्रति सकारात्मक विचार लाना होता है, इंटरनेट के माध्यम को प्रत्येक लोगों में समझाना होता है। और हम इसके माध्यम से अनेक अभियान चलाए जाते है, जो पर्यावरण और प्लास्टिक पॉल्यूशन, समाज में शांति, तथा सभी लोगों में भाईचारे उत्पन्न करें।

इतिहास:

इंटरनेट

इंटरनेट के पिता विनटन सर्फ, और रॉबर्ट कह्व को जाना जाता है, जिन्होंने मिलकर ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल/ नेटवर्क प्रोटोकॉल का आविष्कार किया। यह प्रोटोकॉल ही डेटा संचार के लिए मानक बनाता है, जिससे विश्व भर के नेटवर्क एक दूसरे से जुड़ सकते है। इन्होंने (TCP/ IP) को 1970 के दशक इस प्रोटोकॉल सूट को विकसित किया, जो आज भी नेटवर्क के संचालन का आधार है।

परंतु नेटवर्क की शुरुआत 1960 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी, जब (APRANET) Advance Research Project’s Ajancy Network को विकसित किया गया था, यह नेटवर्क अमेरिका के रक्षा विभाग ने संचालित किया, जो विभिन्न विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों को जोड़ता था। इसके बाद 1991 में टिम बर्नरस –ली ने वर्ल्ड वाइड वेब (www) ka अविष्कार किया, जिससे आम जनता के लिए नेटवर्क का उपयोग आसान हो गया, और पूरी दुनिया में फैल गया।

उपयोग:

नेटवर्क का उपयोग संचार, सूचना तो पहुंचना, मनोरंजन, शिक्षा, व्यापार, और ऑनलाइन सेवाओं के लिए किया जाता है। इसका उपयोग ईमेल भेजने, जानकारी खोजने, ऑनलाइन शॉपिंग, और बैंकिंग, सोशल मीडिया, और गेम खेलने जैसे कामों के लिए किया जाता है। लेकिन इसके अतिरिक्त लोग सरकारी सेवाओं के उपयोग में भी करते है, जैसे — स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त करने, और शेयर बाजार जैसे वित्तीय कार्यों के लिए भी इसका उपयोग कर सकते है।

नेटवर्क के प्रकार :

नेटवर्क के कई प्रकार है, जिनमें DSL और फाइबर जैसे ब्रॉडबैंड कनेक्शन शामिल है, जो टेलीफोन और फाइबर ऑप्टिक केबलों का उपयोग करते है। इसके अतिरिक्त, सैटलाइट, फिवस्ड वायरलेस और सेलुलर जैसे (3G/4G) भी इंटरनेट कनेक्टविटी के प्रकार है। विभिन्न नेटवर्क प्रकार जैसे LAN लोकल एरिया नेटवर्क, MAN मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क और WAN वाइड एरिया नेटवर्क भी है जो नेटवर्क को अलग पैमाने पर बांटते है।

भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या:

जून 2025 तक, इंडिया में इंटरनेट को इस्तेमाल करने वालों की संख्या 1,002.85 मिलियन वायरलेस और 44.71 मिलियन वायर्ड उपभोक्ताओं शामिल है। यह उच्च गुणवत्ता वाले नेटवर्क (ब्रॉडबैंड) और इंटरनेट की बढ़ती मांग को दर्शाता है

कुल उपयोगकर्ता— 100.285 करोड़

वायरलेस उपयोगकर्ता — 985.14 मिलियन जैसे – मोबाइल का नेटवर्क, वाईफाई का नेटवर्क आदि।

वायर्ड उपयोगकर्ता— 44.71 मिलियन। जैसे – केवल द्वारा जुड़ा हुआ नेटवर्क , टीवी का आदि।

ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता— 979.71 जैसे– हाई स्पीड वाले नेटवर्क जिसमें असीमित देता होता है।

नैरोबैंड उपयोगकर्ता— 23.14 मिलियन जैसे – कम स्पीड वाले नेटवर्क 2G, 3G आदि।

अगर बात करे भारत में सबसे बढ़िया नेटवर्क की तो अनुमान लगाया जाता है कि jio और VI सबसे बढ़िया चल रहा है, और ब्रॉडबैंड में jio fiber सबसे अच्छा है।

निष्कर्ष:

इंटरनेट डे सिर्फ मनाने का दिन नहीं है, बल्कि इस दिन हमें इसके विभिन्न पायदान को एक दूसरे में बताने वाला दिन है। इसके उपयोग और वातावरण पर क्या दुष्प्रभाव पड़ते है, इन सभी तथ्यों को समझने वाला डे है। आज के समय नेटवर्क का उपयोग सब लोग करते है, यह एक प्रकार का डिजिटल बन गया है, जो कठिन कार्य को आसानी से कर देता है , परंतु जितना स्पीड वाला नेटवर्क होता है, उतना मनुष्यों और जीवो को घातक करता है।

क्योंकि जब से दुनिया में नेटवर्क पूरी तरह चलने लगा तब से बहुत सारे जीव, और पक्षियां की तमाम प्रजातियां विलुप्त हो चुकी है। और साथ ही अनेकों तरह की बीमारी उत्पन्न हो रही है, आज के समय में ज्यादा तर लोगों की मौत हार्टअटैक से हो रही है, इन सबका कारण नेटवर्क है, जिससे अज्ञात तरंगें निकलती है और लोगों के शरीर को भेदती है। परंतु हमें यह प्रण लेना चाहिए कि सीमित नेटवर्क का उपयोग करना है, और अति आवश्यक कार्य में ही इसका उपयोग लाना है, जिससे हमें खुद और पर्यावरण में उपस्थित हर जीव को बचाना है।

क्योंकि यह आय दिन घातक साबित होता जा रहा है। और समय के अनुसार दुनिया में नेटवर्क भी बदलता जा रहा जैसे — पहले 3G, 4G चलता था, परंतु अब 5G तेज गति से चलता है, आने वाले समय में 6G भी लॉन्च आने वाला है, जो बढ़िया भी है, परन्तु पर्यावरण पारिस्थितिकी के लिय खतरनाक भी है।

सारांश:

इस लेख में इंटरनेट डे, और उससे जुड़े हर तथ्य को बहुत ही आसान शब्दों में बताया गया है, जो कि आपको समझने में आसानी हो और आप भी पर्यावरण का ध्यान देते हुवे इंटरनेट का इस्तेमाल करे।

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