नोबेल पुरस्कार 2025: क्या, और कितने प्रकार के होते है
			
नोबेल पुरस्कार कई संस्थाओं द्वारा दिया जाने वाला एक पुरस्कार है, जिसका उद्देश्य लोगों को सम्मानित करना, और एक दूसरे का उत्साह बढ़ाना है, नोबेल पुरस्कार को अल्फ्रेड नोबल की वसीयत के अनुसार बनाया गया था, यह पुरस्कार निम्नलिखित क्षेत्रों में दिया जाता है, जैसे कि–
. भौतिकी, रसायन विज्ञान, अर्थशास्त्र,
. साहित्य
. चिकित्सा
. शांति
नोबेल पुरस्कार किस समिति द्वारा दिया जाता है?
नोबेल पुरस्कार स्वीडन और नार्वेजियन समिति द्वारा दिया जाता है, जहां भौतिकी, रसायन विज्ञान, और अर्थशास्त्र , चिकित्सा, साहित्य आदि के लिए स्वीडन द्वारा प्राप्त होता है, अगर हम बात करे कि शांति के लिए तो यह पुरस्कार नार्वेजियन समिति देता है।
नोबेल पुरस्कार स्वीडन, और नार्वे देश देते है, और यह विश्व का नंबर – वन पुरस्कार है, इसका प्राइस 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर, जो अमेरिकी डॉलर में 1.2 मिलियन डॉलर होगा, और बात करे भारतीय रुपए में तो यह 10.4 करोड़ रुपए होगा।यह पुरुस्कार मिलने वाले डिप्लोमा और सोने के मेडल के अतिरिक्त होती है, अगर यह पुरुस्कार एक से ज्यादा लोगों को दी जाती है, तो राशि का बंटवारा उनके बीच होता है।
पहली बार नोबेल पुरस्कार विजेता:

वर्ष 1901 में जब पहली बार नोबेल पुरस्कार दिया गए थे, तो अलग अलग श्रेणियों में विजेताओं ने यह पुरस्कार जीता था। जैसे –
. भौतिक विजयन— विल्हेम रोंटजेन
. रसायन विज्ञान— जयकोबस हेनरिक्स वैन टी हॉफ
. चिकित्सा विज्ञान — एमिल एडॉल्फ वान बेहरिंग
. शांति— जीन हेनरी ड्यूटनेंट और फ्रेडरिक पैसी|
भारत सर्वप्रथम पाए जाने वाले विजेता:
भारत में सबसे पहले रवींद्र नाथ टैगोर को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, इनको यह पुरुस्कार साहित्य छेत्र के अंतर्गत वर्ष 1913 में दिया गया था। आपको नीचे लाइन से नोबेल पुरस्कार को पाने वाले विजेताओं का वर्णन है—
. साहित्य— रवींद्र नाथ टैगोर (1913)
. भौतिकी विज्ञान — सर. सी. वी. रमन (1930) , और सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर (1983)
. चिकित्सा— हरगोविंद खुराना (1968)
. शांति — मदर टेरेसा (1979), और कैलाश सत्यार्थी (2014)
. अर्थशास्त्र — अमर्त्य सेन (1998)
. रसायन विज्ञान — वेंकंटर रामकृष्णन (2008)
में दिया गया है, वर्ष 2025 में पाए जाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता —
फिजियोलॉजी या मेडिसिन
मेरी ई, ब्रांको, फेड रामसडोल, शीमौन, स्कगुची इन सभी लोगों ने पेरीफेरल इम्यून टॉलरेंस की खोज के लिए दिया गया है।
भौतिकी:
जान क्लार्क, मिशेल एच. डेविरेट, जान एम. मार्टिनस्ट इन सभी लोगों को इलेक्ट्रिक सर्किट में माइक्रोस्कोपिक कांटम मैकेनिकल टनलिंग और ऊर्जा प्रमाणीकरण खोज के लिए दिया गया है।
रसायन विज्ञान:
सुसुमू कियागावा, रिचर्ड रॉबसन, ओमर एम यागी इन सभी लोगों को रसायन विज्ञान के छेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिया गया है।
साहित्य:
लैस्जलो कृष्णहरकाई को साहित्य क्षेत्र में नोबेल साहित्य पुरस्कार दिया गया है।
शांति:
मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और तानाशाही से लोकतंत्र में न्याय संगत और शांतिपूर्ण संक्रमण हासिल करने के उनके मेहनत कठिन संघर्ष के कारण उनका 2025 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है।
अर्थशास्त्र:
जोएल मैकिर, फिलिप अग्घियां, पीटर हैबिट इन सभी लोगों को नवाचार प्रेरित आर्थिक वृद्धि की व्याख्या करने और धाराओं को मुकाबला करने के लिए इनको 2025 में नोबेल अर्थशास्त्र पुरस्कार मिला है।
निष्कर्ष:
नोबेल पुरस्कार सिर्फ पुरस्कार ही नहीं है बल्कि शांति आर्थिक तथा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में खोजें जाने वाले यंत्र उद्देश्य को देने वाला एक पुरस्कार है, या पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल द्वारा बनाया गया था और इसको 1901 से दिया जाने लगा। यह पुरस्कार विश्व का नंबर एक पुरस्कार माना जाता है, इस पुरस्कार को हर वर्ष विजेताओं को दिया जाता है। हमें इस पुरस्कार के प्रति समाज में जागरूकता, और सकारात्मक विचार सभी लोगों के बीच लाना है।
सारांश:
इस लेख में नोबेल पुरस्कार के बारे में सरल शब्दों में बताया गया है, जिससे हम सब लोगों को समझने में आसानी हो, और भविष्य में हमारे कामों और संघर्ष से हमे भी इस पुरस्कार की प्राप्ति हो।