“भारतीय वायुसेना दिवस 2025: आसमान की शान भारत की पहचान”

भारतीय वायुसेना दिवस

“भारतीय वायुसेना दिवस 2025: आसमान की शान भारत की पहचान”

भारतीय वायुसेना दिवस 2025
भारतीय वायुसेना दिवस 2025

“भारतीय वायुसेना दिवस 2025: आसमान की शान भारत की पहचान” भारतीय वायु सेना दिवस हर वर्ष की तरह इस वर्ष 8 अक्टूबर को मनाया जाएगा।भारत की रक्षा थल सेना, जल सेना के माध्यम से होती है। भारत की सीमाएं निम्नलिखित है, रेगिस्तान, पहाड़ी, तथा आसमान की सीमा इन सीमाओं की रक्षा के लिए एयरफोर्स का होना जरूरी है। भारत में उपस्थित एयरफोर्स को इंडियन एयरफोर्स तथा भारतीय वायुसेना के नाम से जाना जाता है।

इसलिए भारत में उपस्थित एयरफोर्स को भारतीय वायुसेना दिवस के रूप में हर साल 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस एक समारोह के माध्यम से ही नहीं मनाया जाता बल्कि, देश के लिऐ मर मिटने वाले वायु सैनिकों को याद भी किया जाता है।

और हिंदुस्तान में उपस्थित उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पर ज्यादातर आयोजन होता है। इस आयोजन में वायुसेना अपना प्रदर्शन करता है। तथा परेड और राष्ट्रीय गीत भी प्रस्तुत की जाती है।

भारतीय वायुसेना दिवस का इतिहास:

इसकी स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश राज में हुई थी। उस समय इसका नाम रॉयल इंडियन एयरफोर्स था। परंतु स्वतंत्र भारत के बाद इसको भारतीय वायुसेना नाम से लोग जानने लगे।

1950 को गणराज्य होने के बाद इसके नाम से रॉयल शब्द हटा दिया गया तथा भारतीय वायुसेना नाम रखा गया। और इस दिन के याद को हम सब लोग 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस के रूप में मनाने लगे। तथा आज से लगभग या इतिहास 93 साल पुराना है।

भारतीय वायु सेवा दिवस क्यों मनाया जाता है?

भारतीय वायु सेवा दिवस को हम इंडियन एयर फोर्स के नाम से भी जानते हैं। यह दिवस उन सभी देश के नौजवान जो वायु सेवा में निश्चित रूप से अपना कर्तव्य निभा रहे थे। इस कर्तव्य को निभाते निभाते हैं तथा देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिए और वीरगति को प्राप्त हुए।

तथा आज के दिन भारतीय वायु सेवा की स्थापना हुई थी। तथा वीरगति प्राप्त करने वाले सैनिकों और इस दिन के याद में भारतीय वायु सेवा दिवस मनाया जाता है।

 

 

भारतीय वायु सेवा दिवस कब मनाया जाता है?

8 अक्टूबर को हर वर्ष यह दिवस मनाया जाता है। यह लगभग 93 साल पुराना इतिहास है।

भारतीय वायु सेवा का आदर्श वाक्य क्या है?

नभः स्पर्म दीप्तम! यह आदर्श वाक्य भागवत गीता अध्याय के 11 से लिया गया है। इसका अर्थ है आसमान को छूना तथा भारतीय वायुसेना का विख्यात हर जगह होना।

भारतीय वायु सेवा के प्रमुख युद्ध:

1. पाक और भारत युद्ध:
भारतीय वायु सेवा में 1947 से 1948 में जम्मू कश्मीर के बचाव में युद्ध किया। यह युद्ध पाकिस्तान के साथ हुआ इस युद्ध में भारत की जीत हुई तथा जम्मू कश्मीर का हिस्सा भारत में ही रहा।

2. 1665 का युद्ध:
1965 को पाकिस्तान ने भारत पर अचानक हमला किया। इस हमले से भारत के सैनिकों को क्षति पहुंचे तथा बहुत से लोग वीरगति को प्राप्त हुए। उस युद्ध में मुरलीकांत पेटकर भी शामिल थे।

मुरलीकांत पेटकर बॉक्सिंग चैंपियन बनना चाहते थे परंतु उस युद्ध से वे पूरी तरह घायल हो गए। उनके शरीर में गोली लग गई जोकि अभी भी नहीं निकली। परंतु वे एशियन गेम्स में स्विमिंग में गोल्डमेडलिस है। जोकि भारत की विख्यात कर रहे ही। भारत ने इस युद्ध में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान की पुनः हराया।

3. भारत पाक युद्ध 1971:
इस युद्ध में भारत ने बांग्लादेश का निर्माण कराया। तथा दो तरह के ऑपरेशन चलाएं। ऑपरेशन चेंजर और ऑपरेशन कैक्टस लिली नामक दो अभियान चलाएं जिसमें पाकिस्तान को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। और इस युद्ध के दौरान बांग्लादेश का भारत ने निर्माण भी कराया।

4.कारगिल का युद्ध:
यह युद्ध लगभग 1999 के दशक हुआ। इस युद्ध में भारत में पाकिस्तान के घुसपैठियों के ठिकाने को पूरी तरह नष्ट कर दिया। तथा पाक से पुनः बदला लिया

भारतीय वायु सेवा दिवस की थीम:

थीम हर वर्ष अलग-अलग तरह के होते हैं। परंतु में शांति का उल्लेख जरूर होता है। और वह उल्लेख पर्यावरण सुरक्षा और प्लास्टिक पॉल्यूशन जैसे अपशिष्ट पदार्थ के खिलाफ होता है। और शांति का प्रेरणादायक संदेश भी देता है।

भारतीय वायु सेवा दिवस की कुछ खास बातें:

शुरुआती दौर में भारत के पास एक सेना ऑफिसर और 19 वायु सिपाही थे। भारत के प्रथम वायु सेवा प्रमुख फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुब्रतो मुखर्जी ने संभाली थी।

परंतु वर्तमान समय में एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह है। और लगभग 1 लाख 35 हजार सिपाही कर्मचारी भारत की वायु सेना में शामिल है।
विश्व की वायु सेना में भारत का स्थान चौथा है। इससे बड़ी सेना रूस, अमेरिका, फ्रांस और चीन की है। तथा उसके भारत का नाम आता है।

भारत के पास तेजस, रफल, सुखोई 30 एम के आई (sukhoi 30 mki) , मिराज 2000, ग्लोबमास्टर और उच्चतम हेलिकाप्टर, ड्रोन आदि वायु हथियार है।

2025 में भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के तहत बुरी तरह ठेस पाकिस्तान को पहुंचा था। इस युद्ध में भारत की जीत हुई थी। तथा पाकिस्तान के आतंकवादियों के इलाकों को पूरी तरह नष्ट कर दिया था।

 

भारतीय वायु सेवा का संग्रहालय कहां है?

भारतीय वायु सेवा का संग्रहालय नई दिल्ली में स्थापित है इसे 7 कमांड में बांटा गया है। प्रयागराज, नागपुर, शिलांग, त्रिवतिपुरम,गांधीनगर, बेंगलूर और नई दिल्ली।

निष्कर्ष:

भारतीय वायुसेना दिवस हर वर्ष 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस सिर्फ आयोजन के लिए ही नहीं बल्कि देश के शहीद हुए नौजवान के याद में मनाया जाता है।

इस आयोजन में सैनिकों को सम्मान और पुरस्कार तथा परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाता है। भारतीय वायु सेवा दिवस का आयोजन गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस मैं अधिकतर होता रहता है।

सारांश:

इस लेख में भारतीय वायुसेना दिवस का पूरी तरह सरल शब्दों में वर्णन है। जो कि आपके समझ में असुविधा न हो।

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