“विश्व मुस्कान दिवस: मुस्कान से बदलती है जीवन”
			
अंतर्राष्ट्रीय मुस्कान दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है। या दिवस खुद की मुस्कान तथा दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाने, और देश और समाज में सकारात्मक प्रभाव और तनाव को कम करने के लिए मनाया जाता है।
“विश्व मुस्कान दिवस: मुस्कान से बदलती है जीवन”
विश्व मुस्कान दिवस कब मनाया जाता है?
अंतर्राष्ट्रीय मुस्कान दिवस अक्टूबर के पहले फ्राइडे को मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत सन 1999 से हुई थी। इसके संस्थापक अमेरिका के कलाकार “हार्वे बॉल” ने की थी।
विश्व मुस्कान दिवस क्यों मनाया जाता है?
यह दिवस मुस्कान के रूप में मनाया जाता है। मुस्कान का अर्थ है खुशी प्यार भाईचारा तथा सकारात्मक सोच कूल होना मुस्कान के ही लक्षण हैं। हार्वे बॉल ने मुस्कान की इमोजी तैयार की थी। और उन्होंने कहा था की यह प्यार भरा दिन क्यों ना मनाया जाए। और इसकी शुरुआत 1999 में हुई थी।
विश्व मुस्कान दिवस क्यों मनाना जरूरी है?
1. स्वास्थ्य के लिए हानिरहित:
मुस्कान या चेहरे पर खुशी स्वास्थ के लिए एक औषधि से कम नहीं है। क्योंकि एक स्वस्थ पुरुष के चेहरे पर मुस्कान और खुशी आता है। वह स्वस्थ पुरुष पहले से ही सकारात्मक प्रभाव और दूसरों को प्रफुल्लित, प्रोत्साहित करता है। वही स्वस्थ रहता है। क्योंकि उसको वरदान और बड़े का आशीर्वाद भी मिलता है।
2. रिश्तों में पक्कापन:
मुस्कान रिश्तो में गहराई लाता है। और एक दूसरे के करीब लोग आते हैं। और परिवार में एक दूसरे से प्रेम भाईचारा तथा बुजुर्गों के प्रति सम्मान आदर की भावना तथा शांति, सौहार्द आदि मुस्कान के बदौलत रहता है।
3. सकारात्मकता:
मुस्कान घातक समय में भी शरीर को मन को हिम्मत देता है। और दूसरों को भी प्रेरणा देता है।
4. दूसरे को प्रेरित करना:
मुस्कान दूसरों को भी प्रेरित करती हैं। किसी भी व्यक्ति को मुस्कान के प्रति उत्साहित करने से उसके कष्ट दूर होते हैं। और वह और वह भी मुस्कुराना चेहरे पर लाता है और प्रफुल्लित हो जाता है।
विश्व मुस्कान दिवस के उद्देश्य:
अंतर्राष्ट्रीय मुस्कान दिवस के उद्देश्य यहां है कि आप एक दूसरे को मुस्कुराने के लिए प्रोत्साहित कीजिए। और हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लाइए। यह दिवस समाज में सकारात्मक प्रभाव लाता है। और एक दूसरे में भाईचारे ,प्रेम ,भाव करुणा, दया, शांति, सौहार्द आदि का पैगाम लाता।
विश्व मुस्कान दिवस कैसे मनाया जाए?
इस दिवस को आप मुस्कान की इमोजी भेजकर मनाइए। और आप इस दिन बुजुर्गों, और बच्चों के साथ बैठकर उनको हंसाए और सभी को प्रफुल्लित कीजिए तथा गरीबों और बेसहारों की मदद कीजिए।
प्रेरणादायक पैगाम:
“मुस्कान वह भाषा है जिसे हर इंसान समझता है, चाहे वह किसी भी देश धर्म और संस्कृति वाला क्यों न हो”” वह इस भाषा और इस शब्द का सम्मान करता है।
निष्कर्ष:
अंतर्राष्ट्रीय मुस्कान दिवस हमे यह सिखाता है कि जीवन में कितने ही मुश्किलें और कठिनाइयां आए पर घबराने का नहीं। बस एक बार मुस्कुरा देने का है।
आधी मुसीबत तो आपके मुस्कुराने से ही खत्म हो जाएंगी। यह दिवस सिर्फ मुस्कुराने का ही नहीं है बल्कि दूसरे को भी मुस्कुराना है । और समाज को एक अच्छा व बेहतर बनाना है। जहां सिर्फ प्रेम, भाईचारा, शांति और सभी के चेहरे पर मुस्कुराने हो।