“अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस: बुजुर्गों के प्रति सम्मान और प्यार का दिन”
			“अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस: बुजुर्गों के प्रति सम्मान और प्यार का दिन”

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हर वर्ष 1 अक्टूबर को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय वृद्धि जान दिवस उन सभी वृद्धि लोगों के प्रति सम्मान कल्याण और उनके ज्ञान के प्रति आदर और सम्मान की भावना का जागरूक करना होता है।
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस क्यों मनाया जाता है?
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस सभी बुजुर्गों के सम्मान के लिए तथा उनके कल्याण के लिए हर वर्ष मनाया जाता है। क्योंकि वृद्धजन है तो हमारी संस्कृति है। और हमारी परंपरा भी है। क्योंकि हर धर्म में अलग-अलग तरह की परंपरा होती है उन परंपरा का पालन करना हमारे बुजुर्ग और वृद्धजन को पता होता है क्योंकि वे पहले से इस परंपरा का पालन करते हैं।
और वह अपनी परंपरा संस्कृति अपने बच्चों को दान में तथा एक उपहार के रूप में दे देते हैं। जिसका पालन उन बच्चों को भी करना होता है तथा उनके आने वाली वीडियो को भी उन बच्चों के द्वारा अपने बच्चों को बताया जाने पर किया जाता है या परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी निरंतर तथा कंटिन्यू मतलब लगातार चलती रहती है।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस कब मनाया जाता है?
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हर वर्ष 1 अक्टूबर को मनाया जाता है। क्योंकि क्योंकि यह दिवस लगातार हर वर्ष मनाया जाता। इस वर्ष की पुष्टि संयुक्त राष्ट्र ने की थी। संयुक्त राष्ट्र ने 14 दिसंबर 1990 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाने की पूरे विश्व में घोषणा की थी। या दिवस अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के नाम से विख्यात हुआ।
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है ?
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का उद्देश्य बुजुर्गों के प्रति प्यार कल्याण प्रकट करना। क्योंकि जब कोई लोग जवान से जब वृद्धावस्था की ओर जाते हैं तो उनको समय के हिसाब से सम्मान चाहिए प्यार चाहिए तथा समय-समय पर उनके पोषण की वस्तुएं चाहिए|
क्योंकि जब वह वृद्ध होते हैं तो उनके अंदर अनेकों प्रकार की बीमारियां प्रकट होते हैं। उन बीमारियों से बचने के लिए उनको औषधियां तथा समय-समय पर पोषण वाली प्यार से बनाई गई सामग्री चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के महत्व:
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के महत्व बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना प्रकट करना। क्योंकि अब उनको सबसे ज्यादा सम्मान और करने वालों की जरूरत है। बुजुर्ग कोई और नहीं होता। समय के हिसाब से सब कोई बुजुर्ग होता है ।
आज आपके आजी बाबा बुजुर्ग हैं । तो कल आपके माता-पिता भी बुजुर्ग होंगे। तथा आने वाले कल में आप भी बुजुर्ग होंगे क्योंकि यह समय का पहिया है समय हमेशा चलता रहता है|
और उम्र हमेशा बढ़ती रहती है इस संसार में कोई और चीज बड़े ना बड़े किंतु उम्र हमेशा बढ़ती रहती है और शरीर हमेशा घटते रहते हैं क्योंकि यह समय जवानी के बाद का है जब शरीर उम्र के साथ घटती है। इसलिए समाज में बुजुर्गों के प्रति प्यार की भावना तथा सम्मान की भावना हमेशा उनका अर्पित करनी चाहिए। इसलिए अंतरराष्ट्रीय वृद्धि जान दिवस हर वर्ष मनाया जाता है क्योंकि यह दिवस व्रत जनों के कल्याण के लिए होता है सम्मान के लिए होता है तथा पूरे विश्व में संसार में उनके प्रति आदर भावना सम्मान के इन सभी पल्लू पर जागरूक किया जाता है।
निष्कर्ष:
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हर वर्ष 1 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सभी वृद्ध जनों के प्रति सम्मान और आधार की भावना प्रकट करनी चाहिए। क्योंकि आज के समय में सब लोग अपने आजी  बाबा को बुजुर्ग होने पर घर से बाहर कर देते हैं|
और कहीं ना कहीं वह सब बुजुर्ग लोग अपनी बीमारी अपनी तड़प को लेकर बस स्टेशन रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर देखने को मिलते हैं। क्योंकि वह बुढ़ापे होने पर बेसहारा हो जाते हैं उनके बच्चे उनका सहारा नहीं देते।
परंतु एक कहावत है बुजुर्गों की लाठी का होना उनके बच्चों का होना होता है। क्योंकि बुजुर्गों को लाठी की जरूरत होती है। और वह लाठी कोई और नहीं उनका बच्चा उनका बेटा होता है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस उन सभी बुजुर्गों व्यक्तियों के प्रति तथा उनके लाठियां मतलब उनके बच्चों को जागरूक किया जाता है समझाया जाता है कि अपने बुजुर्ग पिता आजी बाबा की सेवा करो और उनके प्रति सम्मान के भावना प्रकट करो। हमेशा शांति का परिचय दो बुजुर्गों के प्रति