विश्व पर्यटन दिवस
विश्व पर्यटन दिवस:

विश्व पर्यटन दिवस हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 27 सितंबर को मनाया जाएगा । क्योंकि इस तिथि को हर वर्ष विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है । विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट सभा विश्व पर्यटन संगठन ने की जिसे (UNWTO) Unitet world tourism organisations भी कहते है।
विश्व पर्यटन दिवस क्यों मनाया जाता है ?
विश्व पर्यटन दिवस:
विश्व पर्यटन दिवस को मनाने से हमें सांस्कृतिक, राजनीतिक, समझ को बढ़ावा देने तथा एक दूसरे के की समझ को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डालता है।
विश्व पर्यटन दिवस से हम एक जगह से दूसरे जगह घूमते है और किसी न किसी प्रकार की शानदार आलौकिक तथा एक दूसरे के कल्चर को जानने को मिलता है । और हमें एक दूसरे के प्रौद्योगिकी तकनीक और अच्छी जगहों को समझने और उस पर कुछ न कुछ विचार करने का मौका मिलता है।
विश्व पर्यटन दिवस कब मनाया जाता है ?
विश्व पर्यटन दिवस सन् 1980 से हर साल की तरह 27 सितंबर को ही मनाया जाता है। इसकी नींव UNWTO ने 1970 में गठन किया था। फिर उसके बाद 1980 से 27 सितंबर को मनाया जाने लगा।
विश्व पर्यटन दिवस 2025 की थीम क्या है ?
विश्व पर्यटन दिवस 2025 की थीम “पर्यटन और सतत परिवर्तन” इस विषय का मतलब है कि आप की यात्रा किस तरह कि है । आप पर्यावरण के बातों पर ध्यान दे रहे की नहीं। आप गंदगी और प्लास्टिक प्रदूषण तो फैला नहीं रहे है । आप इन बातों को दूसरे के समक्ष प्रस्तुत कर रहे है। आप एक पर्यटन है । आपको एक दूसरे से प्रेरित होने का मौका मिला है । आप एक दूसरे से किसी न किसी तरह की जानकारी हासिल कर सकते है ।
प्राचीन काल में भारत के शेर करने और भारत की सांस्कृतिक, राजनीति, मूल्यों को जानने राजा के दरबार में बहुत यात्री आते थे । जो विभिन्न बातों को समझते थे और उनको अपने लेख के लिखकर ले जाते थे । सम्राट चंद्रगुप्त के दरबार में मेगस्थनीज आया था । जो चंद्रगुप्त और आचार्य कौटिल्य के बारे में लिखा । और मगध की राजनीतिक आर्थिक के महत्व को बताया
इसी तरह भारत में ह्वेनसांग इतिसिंग जैसे चीन से भारत आए । और गौतम बुद्ध के बारे में जानने के हर्षवर्धन जैसे सम्राटों के यहां यात्री बनकर रहे । और इतिसिंग तो नालंदा विश्वविद्यालय में शिक्षा भी ग्रहण की।
निष्कर्ष:
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है। इस दिवस को मानने के पीछे बहुत कारण है । क्योंकि यह दिवस हमे एक दूसरे की भाषा सांस्कृतिक, राजनीतिक, प्राचीन काल के शिल्पकारों द्वारा बनाए गए सुंदर सुंदर चित्र वस्तु और महल किला जैसे मीनारों को देखने को मिलता है । विश्व पर्यटन दिवस हमे बोध कराता है कि और हमें पर्यावरण जैसे सुंदर माहौल को महसूस करने को मिलता है ।
हर देश के क्रांतिकारी महाराजा राजा , मराठा काल के छत्रपति संभाजी जैसे महान आदर्श पुरुषों के बारे मे जानने को मिलता है ।
हल्दीघाटी, पानीपत के युद्ध वाले क्षेत्रों के जगहों और उन सभी वीरगति हासिल करने वाले महान सैनिक जो सिर्फ देश के लिए धर्म के लिए मर मिटने को उतावले होते थे उनको याद किया जाता है ।
विश्व पर्यटन दिवस के माध्यम से एक दूसरे के पर्यावास और भौतिक रासायनिक परिवर्तन के बारे में जाना जाता है।