विश्व गर्भनिरोधक दिवस
विश्व गर्भनिरोधक:

विश्व गर्भनिरोधक दिवस हर वर्ष 26 सितंबर को मनाया जाता है। 26 सितंबर को लगभग 15 सालों से मनाया जा रहा है। गर्भनिरोधक दिवस बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमें जागरुक करती हैं । और हमें इस विश्व गर्भ में गर्भ निरोधक दिवस के बारे में जानने में दिलचस्प रहना चाहिए। क्योंकि विश्व गर्भ निरोधक दिवस हमें बताती है कि हमें अपने आप को गर्भधारण से कैसे बचाना है तथा गर्भधारक गर्भधारक को रोकने के क्या-क्या उपाय हैं। क्या मेडिसिन है तभी हम विश्व गर्भनिरोधक दिवस को रोक सकते हैं। विश्व गर्भनिरोधक दिवस के बारे में विज्ञान में भी पढ़ने को मिलता है और अधिक गहराई से पढ़ने के लिए जो विज्ञान बायोलॉजी विज्ञान होता है जिसमें जूलॉजी और बॉटनी होता है और बायो के अध्ययन करने से हमें प्रजनन से जुड़ी आज जानकारियां भी मिलती हैं। जिससे गर्भधारण की प्रक्रिया गर्भधारण की प्रक्रिया को रोकता है | विश्व गर्मभधारण के बारे में लोगों को जागरुक कर सकें | और इसका प्रसार विस्तार चारों ओर हो सके सभी को विश्व गर्भनिरोधक दिवस के बारे में जानकारी मिल सके।
विश्व गर्भनिरोधक दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व गर्भनिरोधक दिवस हर वर्ष 26 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिवस लगभग 15 सालों से 26 सितंबर की तारीख को ही मनाया जा रहा है।
विश्व गर्भनिरोधक दिवस क्यों मनाया जाता है?
विश्व गर्भनिरोधक दिवस हम सब लोग इसलिए मनाते हैं। क्योंकि विश्व गर्भनिरोधक दिवस को मनाने का उद्देश्य गर्भधारण की प्रक्रिया को रोकना है। जिससे समाज में किसी भी तरह से अपने आप को अपमानित होने का मौका नहीं मिलता । क्योंकि आप विश्व गर्भनिरोधक दिवस के बारे में जानते है । और संभोग के दौरान किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए गर्भधारण रोकने के लिए इससे आप भली भांति परिचित है। और आप इन बातों को अपने दोस्तों में आदान प्रदान कर सकते है । विश्व गर्भनिरोधक के महत्व प्रयोग को जानना अति आवश्यक है क्योंकि हम क्योंकि हम इन महत्वपूर्ण बातों को समझेंगे तो गर्भधारण की प्रक्रिया रुक सकती है। WHO के अनुसार विश्व में लगभग महिला विश्व गर्भनिरोधक दिवस के बारे में नहीं जानती। और नहीं परिवार नियोजन के विद्या हार्मोनल मेडिसिंस इंजेक्शन इंप्लांट डायफ्रॉम कंडोम आदि चीजों से वंचित है इसलिए गर्भधारण की प्रक्रिया में आ सकती है। विश्व गर्भनिरोधक दिवस को विश्व आयुर्वेद दिवस भी हमे समझाता है । और एक अच्छा परामर्श भी देता है। जिसमें फार्मासिस्ट लोग आदि कैंप लगा के बताते है ।
गर्भनिरोधक कितने प्रकार के होते हैं?
गर्भनिरोधक दो प्रकार के होते हैं। हार्मोनल और परिवार नियोजन की विधियां यह गर्भनिरोधक के प्रकार है। हार्मोनल में मेडिसिंस होते हैं इंजेक्शन का उपयोग होता है।
तथा परिवार नियोजन के विधियां में कंडोम का इस्तेमाल होता है । जिसका मुख्य उद्देश्य गर्भधारण को रोकना होता है । और आदि प्रकार की गर्भधारण की प्रक्रिया को रोकने के डॉक्टर के सलाह द्वारा चीजे आती है ।
कंडोम का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है जब पुरुष और महिला संभोग या सेक्स करते हैं तो शुक्राणु अंडाणु से ना मिले इसलिए कंडोम का इस्तेमाल किया जाता है। कंडोम को प्रोडक्शन भी कहते हैं। लगभग 98% कंडोम गर्भधारण की क्रिया को रोकता है।
गर्भधारण की क्रिया को हम नसबंदी और नलबंदी करवाकर रोक सकते है | नसबंदी में शुक्राणु अण्डाणु के पास नहीं पहुचता और गर्भधारण की प्रक्रिया रुक जाती है |
निष्कर्ष:
विश्व गर्भनिरोधक दिवस हमे बोध कराता है। तथा हमे जागरुक और गर्भधारण की क्रिया से बचाता है । जिससे जनसंख्या में बढ़ोतरी न हो। इसी तरह के प्रयास को शिक्षा कहते है। क्योंकि हमें यह विश्व गर्भनिरोधक दिवस से जुड़ी बातों के माध्यम से किसी भी महिला को गर्भधारण की अवस्था से बचा जा सकता है । मार्केट में उपस्थित इन समानों से हम अपने आप को गर्भधारण की अवस्था से बचा सकते है।